Tariff Plan Hike – Jio, Airtel और Vi के Tariff Hike को वापस लिया जाएगा? Government-TRAI ने क्या कहा?
टेलीकॉम कंपनियों द्वारा टैरिफ में की गई वृद्धि के बाद से आम जनता में यह चर्चा हो रही है कि यह वृद्धि उनके लिए एक बड़ी परेशानी खड़ी करेगी। स्मार्टफोन और इंटरनेट अब हमारी रोजमर्रा की जरूरत बन चुके हैं। ऐसे में टैरिफ बढ़ोतरी आम आदमी की जेब पर सीधा असर डालती है।
रिचार्ज प्लान बढ़ने पर सरकार का रुख –
सरकार या ट्राई (Telecom Regulatory Authority of India) इस मामले में हस्तक्षेप करने के मूड में नहीं हैं। इसका मतलब है कि मोबाइल टैरिफ में जो बढ़ोतरी हुई है, वह वापस लिया जाना मुश्किल है।
भारत में मोबाइल सेवा की कीमतें –
भले ही भारत में मोबाइल सेवा की कीमतें अन्य देशों के मुकाबले सस्ती मानी जाती हैं, लेकिन इसे एक और दृष्टिकोण से देखना जरूरी है। भारत में लोगों की आय का स्तर भी कम है। खासकर ग्रामीण इलाकों में, जहां एक परिवार के लिए 500 रुपये का मोबाइल बिल एक बड़ी रकम होती है।
दुनिया भर में मोबाइल रिचार्ज प्लान की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं, जैसे कि सरकार की नीतियाँ, प्रतिस्पर्धा, टेक्नोलॉजी का विकास, और जनता की क्रय शक्ति।
मंहगे रिचार्ज प्लान वाले देश : स्विट्जरलैंड, नॉर्वे ,कनाडा ,दक्षिण कोरिया, संयुक्त राज्य अमेरिका:
सस्ते रिचार्ज प्लान वाले देश : भारत, श्रीलंका, रूस ,बांग्लादेश ,नाइजीरिया
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रिचार्ज प्लान बढ़ने पर घरेलू खर्च में बढ़ती हिस्सेदारी
डाटा बताता है कि मोबाइल टैरिफ में वृद्धि से ग्रामीण इलाकों में घरेलू खर्च में मोबाइल सेवाओं पर खर्च किए जाने वाले पैसे की हिस्सेदारी बढ़ रही है। पिछले वित्तीय वर्ष में यह हिस्सेदारी 4.5% थी, जो अब बढ़कर 4.7% हो गई है। शहरी इलाकों में यह बढ़कर 2.8% हो गई है, जो पिछले वर्ष 2.7% थी।
रिचार्ज प्लान बढ़ने पर ARPU (Average Revenue Per User) का प्रभाव –
ARPU (Average Revenue Per User) एक महत्वपूर्ण मापदंड है जो बताता है कि टेलीकॉम कंपनी कितनी कमाई कर रही है। अगर हम तीनों कंपनियों के मार्च 2023 तक के एआरपीयू को देखें तो एयरटेल का एआरपीयू 209 रुपये, जियो का एआरपीयू 181.70 रुपये और वोडाफोन आइडिया का एआरपीयू 146 रुपये था. टैरिफ बढ़ोतरी से वित्त वर्ष 2025 में ARPU 15 प्रतिशत बढ़कर 220 रुपये हो जाने की उम्मीद है, जबकि पिछले वित्त वर्ष में ये सिर्फ 191 रुपये था। इससे साफ है कि टैरिफ में वृद्धि से टेलीकॉम कंपनियों की कमाई बढ़ेगी, लेकिन इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा।
रिचार्ज प्लान बढ़ने पर जनता की परेशानियां –
टैरिफ वृद्धि से ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ेगी। डेटा सेवाओं की कीमत बढ़ने से लोगों के घरेलू खर्च में भी इजाफा होगा। टेलीकॉम टैरिफ में वृद्धि से आम जनता की जेब पर सीधा असर पड़ेगा। सरकार और टेलीकॉम रेगुलेटर के हस्तक्षेप न करने के कारण टैरिफ में की गई वृद्धि को वापस लेना मुश्किल है। यह वृद्धि खासकर ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए एक बड़ी समस्या बन सकती है।
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