Share Bazar में Exit Poll के नतीजों के बाद मचे हाहाकार की SEBI करेगी जांच?
लोकसभा चुनाव के बाद 1 जून को एग्जिट पोल के नतीजे सामने आए, जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को प्रचंड बहुमत मिलने की उम्मीद जताई थी। इंडिया टुडे के एक्सेस माय इंडिया पोल ने तो एनडीए (नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस) को 400 से अधिक सीटें मिलने का अनुमान लगाया था। इस अनुमान ने निवेशकों में उत्साह भर दिया और बाजार में एक बड़ा उछाल देखा गया। सेंसेक्स 7,6400 और निफ्टी 2250 पर पहुंच गए, जिससे निवेशकों को भारी मुनाफा हुआ। एक दिन में ही निवेशकों के 144 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा बन गए थे।
चुनाव नतीजे और बाजार में हाहाकार
हालांकि, 4 जून को जब वास्तविक नतीजे आने शुरू हुए, तो स्थिति पूरी तरह से बदल गई। एनडीए को केवल 295 सीटें मिलीं, जो एग्जिट पोल के अनुमानों से काफी कम थीं। इसके परिणामस्वरूप, शेयर बाजार में भारी गिरावट आई। सेंसेक्स 6234 अंक तक गिर गया और निफ्टी में 2000 अंकों की गिरावट दर्ज की गई। एक ही दिन में निवेशकों के 36 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा डूब गए।
एग्जिट पोल के नतीजे और विपक्ष की प्रतिक्रिया
एग्जिट पोल के नतीजे वास्तविक नतीजों से मेल नहीं खा पाए, जिससे निवेशकों को बड़ा झटका लगा। विपक्षी पार्टियों ने इस मुद्दे को लेकर सवाल उठाने शुरू कर दिए। हाल ही में, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एग्जिट पोल के नतीजों और शेयर बाजार में मचे भूचाल को लेकर सवाल खड़े किए। उन्होंने जॉइंट पार्लियामेंट कमिटी (जेपीसी) से इस मामले की जांच की मांग की। बीजेपी की तरफ से इस पर सफाई दी गई, लेकिन मामला अभी भी गरमाया हुआ है।
एक्सेस माय इंडिया के प्रमुख प्रदीप गुप्ता का बयान
एक्सेस माय इंडिया के प्रमुख प्रदीप गुप्ता ने सवालों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे एग्जिट पोल की जांच के लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरकार पोल करने वालों के लिए कोई नियम बनाती है तो इससे कारोबार को बेहतर तरीके से चलाने में मदद मिलेगी। उन्होंने एग्जिट पोल पर प्रतिबंध लगाने की मांग को बचकाना बताया और कहा कि देश का हर नागरिक चुनाव के परिणाम जानना चाहता है और एग्जिट पोल पर रोक लगाने से कोई फायदा नहीं होगा। उनका कहना है कि उनका शेयर बाजार से कोई मतलब नहीं है और उन्होंने किसी विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) से बातचीत नहीं की है।
एग्जिट पोल और शेयर बाजार का संबंध
प्रदीप गुप्ता का कहना है कि वे आरोपों के बारे में जानकर खुशी महसूस करते हैं क्योंकि उनका डेटा और सिस्टम इतना सुरक्षित है कि कोई भी जांच उन्हें दुनिया को यह दिखाने का मौका देगी कि एग्जिट पोल की भविष्यवाणी कैसे की जाती है। उन्होंने एनडीए को 361 से लेकर 401 सीटें मिलने का अनुमान लगाया था, जबकि असलियत में एनडीए को 295 सीटें ही मिली थीं।
आगे की राह: जॉइंट पार्लियामेंट कमिटी की जांच [Share Bazar में Exit Poll के नतीजों के बाद मचे हाहाकार की SEBI करेगी जांच?]
अब देखने की बात यह है कि क्या शेयर बाजार में एग्जिट पोल के गलत अनुमान से मचे भूचाल के बाद सच में जॉइंट पार्लियामेंट कमिटी इस मामले की जांच के लिए आगे आती है या नहीं। अगर जांच होती है, तो यह न केवल एग्जिट पोल करने वाली एजेंसियों के लिए एक चुनौती होगी, बल्कि यह भी सुनिश्चित करेगी कि भविष्य में इस तरह की गलतियां न हों। एग्जिट पोल के नतीजों का शेयर बाजार पर व्यापक प्रभाव पड़ता है। इस बार एग्जिट पोल के नतीजे वास्तविक नतीजों से मेल नहीं खा सके, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ। विपक्षी पार्टियों ने इस मामले की जांच की मांग की है, जबकि एग्जिट पोल करने वाली एजेंसियों ने अपने सिस्टम और डेटा की सुरक्षा का दावा किया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में आगे क्या होता है और क्या सच में जांच के आदेश दिए जाते हैं।
Share Bazar में Exit Poll के नतीजों के बाद मचे हाहाकार की SEBI करेगी जांच?
Share Bazar में Exit Poll के नतीजों के बाद मचे हाहाकार की SEBI करेगी जांच?
Share Bazar में Exit Poll के नतीजों के बाद मचे हाहाकार की SEBI करेगी जांच?
https://indianexpress.com/article/india/exit-polls-loss-making-venture-axis-my-india-chief-9410026/