Chardham Yatra 2024 – चारधाम यात्रा को लेकर सरकार का बड़ा अपडेट , इन मामलों मे अब होगी सख्त कारवाई
सोशल मीडिया के चक्कर में सेल्फी और रील बनाने के लिए लोग क्या कुछ नहीं करते पुलिस से भिड़ जाते हैं में डांस करने लगते हैं पट्टियां पर एक्शन दिखाते हैं और कई
बार तो instagram2 दिखे इसके लिए मौत से भी नहीं डरते रील बनाने का जो सिलसिला कमरे के अंदर रिंग लाइट के सामने खड़े होकर ट्रांजिशन करने से शुरू हुआ था वो बढ़ते बढ़ते चार धाम यात्रा तक पहुंच गया है। अगर आप भी सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं तो ऐसे कई सारे इंटरनेट यूजर से रूबरू जरूर हुए होंगे जिन्होंने तीर्थ स्थलों को सेल्फी पॉइंट बना दिया है। कई बार ऐसे लोगों को ट्रोल भी किया जाता है लेकिन अब उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने रील बनाने के सिलसिले पर खुद एक्शन लिया है राधा रतूड़ी ने नोटिस जारी कर आदेश दिया है कि चारों धामों में मंदिर परिसर के 50 मीटर के दायरे में वीडियोग्राफी या फिर सोशल मीडिया के लिए रील बनाने पर प्रतिबंध लगाया जाए उन्होंने यह आदेश सचिव पर्यटन आयुक्त गढ़वाल मंडल और संबंधित जिलों के डीएम और एसपी को दिया है नोटिस में उन्होंने लिखा है राज्य में चारधाम यात्रा अच्छे से संचालित की जा रही है जिसकी वजह से सभी राज्यों से भारी मात्रा में लोग दर्शन करने आ रहे हैं।
बार तो instagram2 दिखे इसके लिए मौत से भी नहीं डरते रील बनाने का जो सिलसिला कमरे के अंदर रिंग लाइट के सामने खड़े होकर ट्रांजिशन करने से शुरू हुआ था वो बढ़ते बढ़ते चार धाम यात्रा तक पहुंच गया है। अगर आप भी सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं तो ऐसे कई सारे इंटरनेट यूजर से रूबरू जरूर हुए होंगे जिन्होंने तीर्थ स्थलों को सेल्फी पॉइंट बना दिया है। कई बार ऐसे लोगों को ट्रोल भी किया जाता है लेकिन अब उत्तराखंड की मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने रील बनाने के सिलसिले पर खुद एक्शन लिया है राधा रतूड़ी ने नोटिस जारी कर आदेश दिया है कि चारों धामों में मंदिर परिसर के 50 मीटर के दायरे में वीडियोग्राफी या फिर सोशल मीडिया के लिए रील बनाने पर प्रतिबंध लगाया जाए उन्होंने यह आदेश सचिव पर्यटन आयुक्त गढ़वाल मंडल और संबंधित जिलों के डीएम और एसपी को दिया है नोटिस में उन्होंने लिखा है राज्य में चारधाम यात्रा अच्छे से संचालित की जा रही है जिसकी वजह से सभी राज्यों से भारी मात्रा में लोग दर्शन करने आ रहे हैं।
तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए व्यवस्था बनाई गई है लेकिन हमें पता चला है कि कुछ लोग यहां आकर सोशल मीडिया के लिए वीडियोग्राफी करते हैं और रील बनाते हैं जिसकी वजह से एक ही जगह में कई सारे लोगों की भीड़ जमा हो जाती है और दर्शन करने आए लोगों को दिक्कत होती है इसीलिए तीर्थ यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मंदिर परिसर के 50 मीटर के दायरे में वीडियोग्राफी या फिर रील बनाने पर प्रतिबंध लगाया जाए मंदिर परिसरों में मंदिर के 50 मीटर की परिधि में कोई भी वीडियो नहीं बनाएगा या रील नहीं बनाएगा या जैसे आजकल बहुत सारे उदाहरण आ रहे हैं जहां पर लोग डांस कर रहे हैं या म्यूजिक बजा रहे हैं और उसके साथ वीडियो बना रहे हैं उससे जो श्रद्धालु आते हैं उनकी धार्मिक आस्थाएं प्रभावित हो रही हैं तो मंदिर की पवित्रता को रखते हुए श्रद्धालुओं का सम्मान करते हुए जो भी लोग वहां जा रहे हैं मंदिर परिसर में वो 50 मीटर की परिधि में कोई रील नहीं बनाएंगे या वीडियो नहीं बनाएंगे वीडियोग्राफी और रील पर एक्शन लिए जाने के अलावा भी एक और कारण के चलते चारधाम यात्रा सुर्खियों में है प्रशासन की तरफ से 31 मई 2024 तक किसी भी वीआईपी दर्शन के लिए अनुमति ना देने की बात कही गई है। दरअसल 10 मई को चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद से तीर्थ यात्रियों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है राज्य सरकार ने शुरुआती पांच दिनों में 11 तीर्थ यात्रियों की मौत की खबर दी है।
इस घटना को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के आला अफसरों के साथ बैठक करी धामी ने अफसरों को निर्देश दिए हैं कि कि नियम के अनुसार ही यात्रा चलाई जाए बिना रजिस्ट्रेशन यात्रा की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। 11 लोगों की मौत पर संज्ञान लेते हुए गढ़वाल के कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने तीर्थ यात्रियों से किसी भी मेडिकल स्थिति के बारे में विस्तार से बताने की विनती की है उन्होंने बताया आने वाले भक्तों को उनके मेडिकल हिस्ट्री के डिटेल्स के लिए फॉर्म दिए जा रहे हैं श्रद्धालुओं के लिए अपने स्वास्थ्य स्थिति के बारे में पूरी जानकारी देना अनिवार्य है।
चारों धाम काफी ऊंचाई पर स्थित है जो गर्म जलवायु से आने वाले लोगों के लिए चुनौती खड़ी कर रही है मरने वाले ज्यादातर लोग बुजुर्ग हैं जो सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्याओं से जूझ रहे थे। हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार चारधाम यात्रा 10 मई से शुरू हुई थी शुरुआती छह दिनों में देश विदेश से 334732 लोग पूजा अर्चना के लिए तीर्थ स्थलों पर पहुंच चुके हैं यात्रा के लिए 25 अप्रैल से पंजीकरण शुरू हुआ था 16 मई की शाम तक 2 लाख 70 हजार से ज्यादा श्रद्धालु इसके लिए पंजीकरण करा चुके थे चारधाम यात्रा में रील बनाने पर बैन लगाए जाने के इस पर आप क्या राय रखते हैं कमेंट करके जरूर बताइए ।