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CG NEWS UPDATE – मलखंब खिलाड़ियों की छत्तीसगढ़ सरकार से गुहार – ऐसे में कैसे खेलेंगे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ।

CG NEWS UPDATE – मलखंब खिलाड़ियों की छत्तीसगढ़ सरकार से गुहार – ऐसे में कैसे खेलेंगे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ।

 

CG NEWS UPDATE – मलखंब खिलाड़ियों की छत्तीसगढ़ सरकार से गुहार – ऐसे में कैसे खेलेंगे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ।

अबूझमाड़, छत्तीसगढ़ के दिल में स्थित, एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ मलखंब खेल के अद्वितीय और प्रेरणादायक दृश्य देखने को मिलते हैं। यहाँ के आदिवासी बच्चे अपनी अद्वितीय कला और खेल प्रतिभा के लिए प्रसिद्ध हैं, खासकर मलखंब में। यह खेल एक प्रकार का पारंपरिक भारतीय व्यायाम है जिसमें खिलाड़ियों को लकड़ी के पोल या रस्सी पर कलाबाजी करनी होती है। यह खेल शारीरिक क्षमता, सहनशक्ति, और मानसिक धैर्य की परीक्षा लेता है।

अबूझमाड़ के खिलाड़ियों की समस्या और अपील –

हाल ही में, अबूझमाड़ के मलखंब खिलाड़ियों ने एक वीडियो के माध्यम से स्थानीय विधायक श्री केदार कश्यप और अन्य संबंधित अधिकारियों से अपील की है। इन खिलाड़ियों ने अपनी अपील में बताया कि उन्हें अभ्यास के लिए उचित सुविधाएँ नहीं मिल पा रही हैं। बरसात के मौसम में, उनके अभ्यास स्थल मलम और मैदान में पानी भर जाता है, जिससे उन्हें प्रैक्टिस में काफी कठिनाई होती है।

बच्चों ने अपील की है कि उनके लिए एक इंडोर स्टेडियम का निर्माण किया जाए, ताकि वे बिना किसी बाधा के अपने खेल का अभ्यास कर सकें। इसके अलावा, उन्होंने आर्थिक सहायता की भी मांग की है, जिससे वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग ले सकें, जिसमें ‘अमेरिका गॉड टैलेंट’ और ओलंपिक जैसी प्रतिष्ठित प्रतियोगिताएँ शामिल हैं।

संसाधनों की कमी और समर्थन की आवश्यकता –

मलखंब के कोच, मनोज प्रसाद, ने बताया कि खिलाड़ियों को अभ्यास के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे की कमी है। अभ्यास स्थल की स्थिति काफी खराब है, और इसे ठीक करने के लिए बहुत धनराशि की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में कोई भी सरकारी या निजी संस्थान इन खिलाड़ियों को आवश्यक समर्थन नहीं प्रदान कर रहा है। उन्होंने भिलाई स्टील प्लांट (BSP) और अन्य संस्थानों से भी मदद की अपील की है, लेकिन अभी तक कोई ठोस सहायता नहीं मिली है।

भविष्य की योजनाएं और आवश्यकताएँ –

अबूझमाड़ के मलखंब खिलाड़ी और उनके कोच का सपना है कि वे इस खेल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाएं और छत्तीसगढ़ और अबूझमाड़ का नाम रोशन करें। इसके लिए, उन्होंने राज्य और केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि वे उन्हें उचित सुविधाएँ और आर्थिक सहायता प्रदान करें। उन्होंने यह भी सुझाव दिया है कि यदि सरकार मदद नहीं कर सकती है, तो वे रामकृष्ण मिशन या किसी अन्य संगठन के तहत अपने खिलाड़ियों को भेजने के लिए तैयार हैं, ताकि उनकी प्रतिभा बर्बाद न हो और वे अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकें।

अबूझमाड़ के मलखंब खिलाड़ियों का जुनून और समर्पण वास्तव में प्रशंसनीय है। उन्हें उचित सुविधाएँ और समर्थन मिलने से, वे न केवल अपने खेल में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि अपने क्षेत्र का नाम भी रोशन कर सकते हैं। हम आशा करते हैं कि उनकी अपील सुनी जाएगी और उन्हें आवश्यक समर्थन प्राप्त होगा, ताकि वे अपने सपनों को साकार कर सकें।

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